सागर की तरह रूतबा विशाल तो नहीं हैं मेरा, फ़िर भी किनारों की तरह इतनी हैसियत ज़रूर रखता हूं, की सागर के भीतर की लहर, और उसमे उठने वाले भीषण तूफानों को अपने बाहों में भर, प्यार से उसके क्रोध को शांत कर सकूं....!! #रूतबा