कभी इंसान हुआ करते थे , तो कभी ये बयाबां , गुंजान हुआ करते थे याद-ए-अय्याम बड़ी तल्ख़ जमीं है , अरफ़ान कभी दीवान हुआ करते थे कभी इंसान हुआ करते थे , तो कभी ये बयाबां , गुंजान हुआ करते थे याद-ए-अय्याम बड़ी तल्ख़ जमीं है , अरफ़ान कभी दीवान हुआ करते थे बयाबां :- जंगल गुंजान :- घना याद-ए-अय्याम :- उन दिनों की यादें तल्ख़ - : कड़वा