Nojoto: Largest Storytelling Platform

ज़िस्म की बाज़ीगरी में तुम उलझो हम तो दिल की पाकीज़गी

ज़िस्म की बाज़ीगरी में तुम उलझो
हम तो दिल की पाकीज़गी के क़ायल हैं
हुस्न की महफ़िलों में तुम फ़िसलो
हम तो किसी की तीर-ए-नज़र से घायल हैं.

©malay_28
  #घायल