I miss those days नित सुबह सवेरे रेडियो बजता..., लिए तटस्थ रंग... भक्ति भावना होती कण कण में इसके और झूमता, गली_मोहल्ला, गांव_शहर सब संग नित सुबह सवेरे रेडियो बजता..., लिए तटस्थ रंग... आँख खुली तो कोई पाठ सुना, प्रस्फुटित हुई फिर भक्ति भावना... ... सब संग... To Be Continued... ~© Badnicks #NojotoQuote Rj Prashant A Huge & Warm wishes on #World_Radio_Day