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मेरी उम्र तो कोई न थी, मजदूर बनने की फिर भी गरीबी

मेरी उम्र तो कोई न थी, मजदूर बनने की
फिर भी गरीबी की मार ने, मजबूर बना दिया
जिस उम्र में, मैं ज्ञान का बोझ न ढो पाया 
उस उम्र में, बड़े से बड़ा बोझ ढोना सिखा दिया यह प्रतियोगिता संख्या - 18 है
साहित्य कक्ष में आप सभी कवि-कवियत्री का स्वागत  🙏🏻 है।
 
चार(4) पंक्ति में रचना Collab करें

🅽🅾🆃🅴 - अगर कोई सारे नियम और शर्तों को ध्यान में रखकर Collab नहीं करता है। उसकी रचना को प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाएगा।

#collabchallenge
मेरी उम्र तो कोई न थी, मजदूर बनने की
फिर भी गरीबी की मार ने, मजबूर बना दिया
जिस उम्र में, मैं ज्ञान का बोझ न ढो पाया 
उस उम्र में, बड़े से बड़ा बोझ ढोना सिखा दिया यह प्रतियोगिता संख्या - 18 है
साहित्य कक्ष में आप सभी कवि-कवियत्री का स्वागत  🙏🏻 है।
 
चार(4) पंक्ति में रचना Collab करें

🅽🅾🆃🅴 - अगर कोई सारे नियम और शर्तों को ध्यान में रखकर Collab नहीं करता है। उसकी रचना को प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाएगा।

#collabchallenge