कैसे पूजते हो किसी देव को उस देवालय में ऐ दरिंदों? जिसके आंगन तले ज़ार ज़ार की तुमने उस मासूम की अस्मत! सलाखों के पीछे पहुँचो न पहुँचो अंधेर नगरी के बाशिंदों, दोज़ख़ में भी दाखिला न मिलेगा जब होगे जहाँ से रुख़सत! #अस्मत #yqquotes #yqbaba #yqthoughts #yqhindi #yqdidi #रुखसत #बाशिंदा