#तेरा_होना या न होना, रखता अब नही मायने.. तुमको अपना समझा था, तुम ही हुए थे दूर मुझसे.. अब तेरे बिन जीने की, आदत सी मेरी हो गई.. जो उम्मीदें लगी थी तुमसे, बीच राह दम तोड़ गई.. अब नही कोई चाह बाकी, ना बची उम्मीद है.. जिंदगी ख़ुद अपने चलती, इसका ना कोई मीत है.. #अजय57