यूक्रेन पर उसके आक्रमण को 50 से अधिक दिन बीत गए हैं लेकिन रूसी हमले रोकने का कोई संकेत नहीं मिल रहा है यूके ने नाटो देश से मिली मदद के नाम पर जिस तरह बहादुरी के प्रति रखे तो उसके चलते उसको अपनी रणनीति और लक्ष्यों में परिवर्तन करना पड़ता है लगता है जब तक यूक्रेन के पूर्व हिस्से पर कब्जा करना चाहता है उसकी मंशा यूक्रेन के सैन्य ढांचे और नागरिक प्रति निष्ठा को ध्वस्त करने में लगती है जो कि रूस और यूक्रेन के बाद में कोई प्रगति नहीं हुई इसलिए यह लगता है कि यदि युद्ध अगर महीने नहीं खींचा तो कम से कम कुछ हफ्ते तक जरूर चल सकता है रूसिया खन्ना ने दुनिया भर में भारी उथल-पुथल मच आई दुनिया अब कोविड-19 ही पूरी तरह नहीं उबर पाई इस महामारी ने विश्व अर्थव्यवस्था पर घातक प्रभाव डाला और बढ़ा दिया वास्तव में इन दोनों देशों के प्रभाव में कई देशों को कंगाली के कगार पर पहुंचा दिया यह दुनिया भी पहुंचेगी ©Ek villain #दबाव मुक्त भारत की विदेश नीति #Light