यह जो नकाबी ग्रहन चेहरे पर लगाए बैठे हो । न जाने किधर- किधर अंधेरा फैलाए बैठे हो ।। सांप हो क्या ? जो केचूली तन पर चढाए बैठे हो । गिरगीट तुम भी ना ,कितने -कितने रंग बदलाए बैठे हो ।। ©SIDDHARTH.SHENDE.sid #mask #धोकेबाज़ #Trending