ये रंग ऐसा क्यूं है किसीकी न सुनता क्यूं है जिद पर उतरता क्यूं है खुद के सिवा किसी की न सोचता क्यूं है चढ़ गया न उतरता क्यूं है इसके आगे सब फीके क्यूँ हैं चीखते हैं सब आँखें मीचें क्यूं है जिद पर अड़ा मुठ्ठियाँ भीचें क्यूं है ये रंग ऐसा क्यूं है किसी की न सुनता क्यूं है बेवजह झुंझलाता क्यूं है हाथ छुड़ाता क्यूं है खुद पर इतराता क्यूं है समझ कर भी न समझ आता क्यूं है ये रंग ऐसा क्यूं है.......... प्रीति। #किशोरावस्था#adulthood# love #yqdidi#yqbaba