#हरिशंकरपरसाई हिंदी के ऐसे पहले रचनाकार माने जाते हैं, जिन्होंने व्यंग्य को विधा का दर्जा दिलाया और उसे हल्के-फुल्के मनोरंजन की परंपरागत परिधि से उबारकर समाज के व्यापक प्रश्नों से जोड़ा। 10 अगस्त, आज ही के दिन के ख्यात व्यंग्यकार, कहानीकार, निबंधकार हरिशंकर परसाई की लेखनी हिंदी साहित्य जगत को शब्दों की अनमोल थाती सौंपकर हमेशा के लिए थम गई थी। हिंदी का शायद ही कोई ऐसा सुधी पाठक हो, जो परसाई जी के नाम से अपरिचित हो। परसाई जी आज भी हिंदी के सबसे ज़्यादा पढ़े जाने वाले लेखकों में हैं। उनके व्यंग्य ब