अवसाद Depression (In Caption) बाहर भीषण झंझावात भीतर उठता एक बवंडर अविरल बहती अश्रुधार नेत्र जैसे मेघ समान।। विचलित सा मन लिए देखता हूं शून्य में उस तूफ़ान को भेदकर