#बुंदेली रचना# ============== जाजम लोढ़ और जे गद्दा, खूब बिछे हैं दो-दो रद्दा। बिंडिल माचिस सिगरिट हुक्का, पानी बोतल पौआ अद्दा। बैठौ है पटैल के द्वारें, कोटवार भी लाल मुसद्दा। तूती बोलै अब पटैल की, लाखन कड़ौ भौत ही फद्दा। पैदावार फसल की थोरी, ऊपरसै मंडी में मद्दा। लक्ष्मी जी की पूजा करकैं, जुआ जोर कौ जमनैं दद्दा। डर भै नईंयाँ इनै पुलिस कौ, थानेदार निकल गऔ पद्दा। #हरिओम श्रीवास्तव# #भोपाल, म.प्र.# ©Hariom Shrivastava #diwali2020