**************************************** दिल मे शोले भड़क गये ,आँखों से निकली ज्वाला है दुःश्मन अब तेरी खैर नही, इतिहास बदलने वाला है कब तक अमन का मतलब, तुमको हम समझायेगे लातों के भूत कहां अब , बातों से समझने वाला है जल थल नभ से वार कर ,हम ऐसा सबक सिखायेंगे दुनिया के नक्शे से तेरा, मानचित्र निकलने वाला है ये वीरों की धरती है ,कभी आँख नही दिखाना तुम शेर बिठाया दिल्ली में ,जो तुझको कुचलने वाला है तु सोच नही पायेगा, किस हद तक अब हम जायेंगे बालाकोट को देख लिया,अब पाक दहलने वाला है जाबांज सिपाही मतवाले ,सीमा पर है नजर इनकी कश्मीर की बात छोड़ पाक ,लाहौर फिसलने वाला है जिन्ना के बहकावे में आकर बंटवारे को जो दर्द दिया अब विलय पाक का भारत में ,फिर से होने वाला है संजय श्रीवास्तव नापाक