अगर आप लिखी हुई बातों पर यक़ीन करते हैं, तो मेरी भी बातों पर यक़ीन आपको करना ही होगा. मैं कई बार उन रूहों से बातें करता हूँ जो पहले इंसानी जिस्म में रहतीं थीं । जिस इंसान के दिमाग़ में जाति और धर्म के नफ़रती कीड़े भरे पड़े थे, वो सारे दोज़ख में उन कुत्तों का सड़ा गोश्त खाते हैं जिन्होंने इंसानों को नफ़रत का पाठ पढ़ाया था। बमुश्किल कुछ रूहें जन्नत में हैं जिन्होंने धरती पर इंसानों को इंसानियत का सबक सिखाया था और सबकी खुशियों की ख़ातिर अपनी पूरी जिंदगी खपा दी थी। और हाँ, जन्नत में कोई मंदिर, मस्जिद,गुरुद्वारा, गिरिजाघर, अगियारी सिनेगांग वगैरह नहीं है। वहाँ केवल 'प्रेम' है, केवल 'प्रेम.' अगर किसी को मेरी बातों पर यक़ीन नहीं है तो मैं कर भी क्या सकता हूँ!? #hatereligion #communalharmony #spreadlove #liveinpeace #lovehumanity