सुनो न माँ... मां मुझे दूर जाने से डर लगता है...तुमसे दूर जाने से डर लगता है.. पर क्या करूं.. हालात ए मंजर कुछ यूं है कि दूर जाना ही पड़ेगा... पर मेरे दिल से तुम दूर नहीं... तुम्हारे दिल से मैं दूर नहीं.. यादों का यह कारवां है... जो दूर होते हुए भी हमें पास रखेगा... बांधे रखेगा... तुम्हारी ममता की डोर से मुझे... खुद को मिटाने की कोशिश कई बार ..और खुद को बनाने की भी कोशिश मैंने कई बार की...पर मैं ना बन सका,,, मां तेरी आंखों में क्या जादू है जब तूने देखा मुझ प्यारसे ...मैं बन गया वह ..जो मैं बनना चाहता था...इस दुनिया का सबसे प्यारा... सबसे दुलारा... मैं हूं.... सिर्फ तेरा प्यारा और दुलारा..तेरी आँखों का तारा.. अब तक तेरे सामने बहोत मजबूत रहा माँ पर अब कहता हूं... मां मेरी मां.... मां मुझे डर लगता है दूर जाने से... maa