मोहब्बत की सम्मा दिलों मे जलाना होगा नफ़रत के अँधेरे को यारो मिटाना होगा चाहते हो तुम तरक्की इस जहां मे अगर तो संप्रदायकता से पड़े तुम्हे, आना होगा सोए हैं जो गफ़ल़त कि नींद मे,जगाना होगा प्यार के बोल से, दिल रौशन बनाना होगा बाँटोगे अगर कुछ मीठे बोल यारो सबके दिलों मे तुम्हारा, ठिकाना होगा होंगे सब अपने,ना फिर कोई बेगाना होगा बस झूठे रशमों से दूर तुम्हें आना होगा होगा जब अपना-पन जग मे सारे सोचो, कितना सुंदर ये जमाना होगा हर गिला-शिकवा हमें, भुलाना होगा बस इनसानियत का साथ, निभाना होगा जो मोहब्बत का सबक दे सारे 'आलम' को ऐसा प्यारा हिन्दुस्तान हमें बनाना होगा। ☪✝☬ॐ卐 अफरोज़ अलाम एकता #भारत🇮🇳 की धरोहर है।