दुनिया के ज़ोर प्यार के दिन याद आ गये, दो बाज़ुओ की हार के दिन याद आ गये, गुज़रे वो जिस तरफ से फिजायें महक उठी, सबको भरी बहार के दिन याद आ गये ।।- इरफान रजा सहर ©Mohammad irfan Raza sahar याद शायरी