अभिमान पहन चोगा समान बना रहा संबंधी सब अनजान अज्ञान सवार बुद्धि रथ पर कृतज्ञता तिलांजलि दे चुका मूर्ख दिग्भ्रमित पाखंड चलित स्नेह बंधन शनैःशनैंः तोड़ रहा श्रेष्ठता जाल बिछा गहन अब हाथ-पैर पटक शोक मना रहा समय पक्षधर व्यतीत अब सब अकेलापन त्राहि-त्राहि कर रहा मतिभ्रष्ट मनुज श्री समक्ष हुआ आडम्बर पारावार बहा ले चला! 🌹 #mनिर्झरा #yqhindi #yqhindipoetry #yqdidi #bestyqhindiquotes #yqbestquotes #yqlife #yqlifelessons