हर कहानी के पीछे एक अफसाना होता है ये कहानी ह उस सिरफिरे लड़के की जिसका काम सबको अपनी बीती कहानीया बताना होता है हर लड़की के पीछे वो दीवाना होता है उस सिरफिरे के पीछे सारा जमाना होता है मिलता ह उसे भी कोई जिसे शायद वो चाहे उसका काम उसे अपनी Feelings बताना होता है शायद उसको ये सब कर के बस उस लड़की को सताना होता हैं खुद मे हिम्मत नहीं होती अपनाने की ओर दूर चले जाना और शायद फिर बीछड़ जाना होता है ये तो बस छोड़ने का बहाना होता है ये ही तो वक्त है जिसमे एक दूसरे को अजमाना होता है एक पहलू उस लड़की का भी होता है "मै ठीक हु" जिसे ये हर बार जताना होता है