कौन कह रहा आज यहाँ की राम ने सिया से न प्रीत निभाया वन वन भटक कर सिया के याद में प्रभु ने अश्रु बहाया जानकी ने भी मुख से अपने सदा राम-राम का रट लगाया। राम ने भी तो त्रिपुरिधनु तोड़ा तब जाके ही वेदही को पाया.. -Shashwat_Ayush ©shashwat ayush #ramayan