आँखें मुसलसल देखती हैं राहें, एक तू है जो घर से निकलता नहीं है, मैं लोहे सा होकर भी टूटना सीख गया, तू मोम होकर भी पिघलता नहीं है। #Yqbaba #Yqdidi #Repost #qata #yqbhaijaan #oldone Harshita दी, बेहद शुक्रिया याद करने के लिए। :) :-) Image source : Pixabay