सुग्रीव एवं बाली को देख एक समान बाण छोड़ते न बना दुविधा में भगवान, पलायन कर द्वंद से आ सुनाया सब हाल खूब सुनाया प्रभु राम को क्यों चली न अपनी चाल, एक दृष्टि मात्र से हो चुका था बाहुबल आधा पीट- पीटकर गदा से पीड़ा अत्यंत था लादा। दोनों में अंतर नहीं सो पहनो माला आज बाली का वध होगा होंगे सब मंगल काज, ले फिर प्रभु से आशीर्वाद पहुंचे करने शास्त्रों से संवाद, आरंभ फिर से हुआ भयानक द्वंद बाली वेग से लड़ रहे- सुग्रीव दिख रहे मंद, अवसर पाकर श्री राम ने दिया बाण तब चाप दूर किया सुग्रीव का वर्षों का संताप। ऐसे छोटे छोटे कांड से बना रामायण ग्रंथ है देख अनेक विविधता मनुष्य आजतक दंग है, सजा समस्त भारत दीपो के पर्व सा है हर्षोल्लास से स्वागत करते प्रभु राम का होता आभास गर्व का है।। ©Rahul Roy 'Dev' #Ram #Khushi #Happiness #Rammandir #Joyous #onceinalifetimemoment #JaiShreeRam