आप लोगों के सम्मुख एक गीत।जो आजादी की कहानी पर है।जय हिंद क्या भारत #लिखा_नया_इतिहास मंगल जी नें युद्ध छेड़ कर,लिखा नया इतिहास। गोरों को औकात बताकर,बहुत किया उपहास।। तात्या टोपे , नाना साहब,कुँवर सिंह बलवीर। रानी लक्ष्मी झलकारी जी,धारण की शमशीर।। हार न माने मृत्यु मिली थी,नहीं झुकाया शीश। मंगल जी नें युद्ध छेड़ कर,लिखा नया इतिहास।। बिस्मिल नें क्यों दी कुर्बानी,पूछ रहा यह देश। गोरखपुर में फाँसी से क्या,मिलता है सन्देश।। समझ सको तो समझो यारों,गये जगाकर आश। मंगल जी नें युद्ध छेड़ कर,लिखा नया इतिहास।। साल सोलहवाँ मूँछ नहीं थी,पनपा क्यों था रोष। फाँसी पर क्यों लटक गये थे,खुदीराम जी बोस।। योग नहीं था यदि इनका तो,किससे गोर हताश। मंगल जी नें युद्ध छेड़ कर,लिखा नया इतिहास।। रोशन लहरी वीर भगत जी,झूल गये अशफाक। अंग्रेजों के सम्मुख शेखर,था जिनका मन पाक।। आजादी बिन प्राण लुटाये,पुरुष हिन्द के खास। मंगल जी नें युद्ध छेड़ कर,लिखा नया इतिहास।। मिली अहिंसा से आजादी,कहतें हैं कुछ लोग। हिंसा से कुछ कब था हासिल,हिंसा से बहु रोग।। जरा बतायें कारण क्या था,गायब हुये सुभाष। मंगल जी नें युद्ध छेड़ कर,लिखा नया इतिहास।। अरविन्द सिंह "वत्स" प्रतापगढ़ उत्तरप्रदेश ©Arvind kumar singh #Travel