जिस दिल से कर डाली अन्जाने मे चाहत, उस दिल से ही यारों हम.. जुदा बने बैठे हैं.. और जाएँ भी कहाँ फिर तन्हाई मे एसी, जहाँ तन्हाई देने वाले ही.. खुदा बने बैठे हैं.. ©Writer Anmol अफसाने अनमोल के