मापनी - २१२२-२१२२-२१२२-२१२ देशहित में जो हैं तत्पर हर कदम बलिदान को भूल सकते हम नहीं उन वीरों की पहचान को।।१ ज़ुल्म हर दिन करता है जो बेकसो मज़लूम पर कैसे माफी देगा ऊपर वाला उस हैवान को।।२ इसलिए मिटती नहीं गुरबत हमारे मुल्क की। लूटा जाता है यहाँ पर ख़ेत और खलिहान को।।३ और सहा जाता नहीं है बूढ़ी मां से दर्द अब कोई मेरी अर्ज़ी पहुँचा दो मिरे रहमान को।।४ जब कभी लोहा लिया है दुश्मनों ने मुल्क से छोड़कर भागा नहीं भारत का दल मैदान को।।५ है कहाँ चलना हमें अब ज़िन्दगी की राह मे ‛जय' खड़ा तैयार है फिर बांधकर सामान को।।६ मेरी कलम✍️✍️ ©jai_writes_ #देशहित #मां #गरीबी #yqbaba #yqquotes #yqdidi #yourquotebaba #yqtales