जिंदगी तू भी एक अनसुलझी पहेली है, तेरा हर लम्हा मेरी उलझन बढ़ा देता है, सुलझाऊँ कैसे मुझे सुलझती ही नहीं तू, तेरा हर मोड़ मुझे औ अकेला कर देता है। ©सखी #जिंदगी #मोड़ #अकेलापन