मैं तेरी रूह से तो बात कर लूं.. अगर ये दूरी घटाये.. डूब जाऊं इस दरिया-ए-आँखों में। अगर ये पलकें उठाये.. कि लगाए बैठे हो पलकों को आँखों के पहरेदार.. ये तेरी आँखों को तो पढ़ लूं.. अगर ये पलकों का पहरा हटाये! ©Deepak tomar ©Deepak tomar #palke