Nojoto: Largest Storytelling Platform

पड़ती हो दिल की जमीं पे बन के ओस की बूँद तुम,नमीं म

पड़ती हो दिल की जमीं पे बन के ओस की बूँद तुम,नमीं मोहब्बत की बरक़रार रखती हो..!
आँखें तो पढ़ ही लेंगे हम तुम्हारी सनम,पर मुख से इज़हार भी तुम इश्क़ का कर सकती हो..!

©SHIVA KANT #Foggy #auskiboond
पड़ती हो दिल की जमीं पे बन के ओस की बूँद तुम,नमीं मोहब्बत की बरक़रार रखती हो..!
आँखें तो पढ़ ही लेंगे हम तुम्हारी सनम,पर मुख से इज़हार भी तुम इश्क़ का कर सकती हो..!

©SHIVA KANT #Foggy #auskiboond