ठंड बढ़ रही है ।। हवा एसी चल रही है।। मानो प्रकृत

ठंड बढ़ रही है ।।  हवा एसी चल रही है।। मानो प्रकृति प्रेम की गर्माहट भेज रही है ।। सूरज को अपनी चादर उढा रही है

©Pradeep Agarwal
  #loyalty #coauthor #thand
play