तुझसे जीवन-मरण सब, तुझसे सारी सृष्टि है कोई बड़ा ना तेरे जैसा तू ही सब के अंदर है नतमस्तक हूं तेरे आगे भव सागर को पार लगा अब ना देख तू बैठा रह कर पूरी दुनिया की कस्ती पार लगा। दे आशीष प्रभु दुनिया को फिर से गुलज़ार बना। Arjuna Bunty. #Morning प्राथना