इस तन्हाई के आलम मे मुझे ये बता तु है कहा, दुनिया के इस मेले मे ढुंढू मै तुमको कहा कहा हर तरफ देखते रहेते है कही मिल जाये पैरो के निशा . मेरे दिल की धडकन कहती है तू है यहा, तू है यहा... तन्हाई के आलम में उदासी के मौसम में कविता का जन्म होता है। रचें अपनी कविता। Collab करें YQ Didi के साथ। #तन्हाईकेआलममें