प्यार को कमज़ोरी नहीं ताकत बनाओ रिश्तो को मज़बूरी नहीं इबादत बनाओ ज़िंदगी सिर्फ जीने से क्या होगा हर पल हर लम्हे को अपनी कोशिश से जन्नत बनाओ … 4.ऐसा लगा मेरे सनम, हम जो यहाँ मिले सहारा में जैसे शबनमी चाहत के गुल खिले ये जमीन, आसमान, कह रहे, हम तो कभी ना होंगे जुदा ©Nikesh Kumar sad #Sea