1= उत्तर में गंगा बहे दक्षिणी यमुना नीर मध्य भाग द्वारा रुपेश, कौशांबी के हीरे 2= ख्वाजा कड़क शाहँ और, देवी शीतला खास, तपोभूमि कौशांबी है यह जहां संत मलूक दास, 3= वर रुचि भी पैदा हुई कौशांबी के पास कोखराज के नाम की बन गई इतिहास ©Rupesh Vishwakarma #Google_Rupesh_Vishwakarma #Kaushambi_Uttar_Pradesh @ रूपेश विश्वकर्मा #lost