हमने लगाये पोधे सारे वृक्ष बने कुछ दिन में हो जायेगें वो ओर घने! मोर पपीहे कोयल पक्षी गाते हैं भूख लगे तो मीठे फल वो खाते हैं! पथिक बैठकर सुस्ताते हे मौज़ में ओर लगाऊं पौधे.रहता हूं सौच में! जगदीश निराला माँगरोल पौधे वृक्ष बने