White ये शाम का रंग शादमानी सा । बिखर रहा हो जैसे इत्र-ए-ज़िंदगानी सा । सुबह फ़िर उरूज पर होगा ये ढलता हुआ सूरज ख़त्म होते-होते फ़िर से शुरू होने वाली किसी अनोखी कहानी सा ©Sh@kila Niy@z #basekkhayaal #basyunhi #Shaam #Zindagi #kahani #nojotohindi #Quotes #27Sept shayari on life