दोस्त! कभी किसी का दिल मत दुखाना, कभी दुखाया हो तो फिर न दोहराना। दोस्त! कभी किसी को मत रुलाना, कभी रुलाया हो तो फिर न दोहराना। दोस्त! कभी किसी को बेवजह गलत मत ठहराना, कभी ठहराया हो तो फिर न दोहराना। दोस्त! कभी किसी को छोड़ मत जाना, कभी गए हो तो फिर न दोहराना। दोस्त! कभी दोस्ती करो, तो हर हाल में निभाना, और यदि निभा न सको, तो फिर न दोहराना।। #tenthpoem #friendship #lessonsoflife #lessonsbylife #lessonsforlife #realfeelings #reality #experienced