" जो रंगा है,रंग तो पर धोबिया धोए से भी ना छूटेगी निश्चल प्रेम से रंगा था तेरे गालों को यह दाग ब्रजेश का आजीवन तेरे तन मन पर रहेगी " " जो रंगा है,रंग तो पर धोबिया धोए से भी ना छूटेगी निश्चल प्रेम से रंगा था तेरे गालों को यह दाग ब्रजेश का आजीवन तेरे तन मन पर रहेगी " ब्रजेश कुमार सभी को रंगो के त्यौहार कि हार्दिक शुभकामनाएँ