वक्त गुजरती हैं, सैलाब गुजरता है। आज कल दिलों से, कई जज्बात गुजरती हैं । समंदर है या रेत का टीला, सपनो के कई बारात गुजरता है। आंख खुली सब धुंधला सा है, वो जो मेरा था, वो भी गुमशुदा है । ©Manoj Karn #manojkarn #openstage #Life #OneSeason