ये बंजर में बारिश कहीं कहीं है। गिरेबां की साज़िश यहीं की है। ये दरवाजे पर नाम तुम्हारा ही लिखा है लगता है तुम्हें शौहरत मिली नयी है #अतिशीघ्र #अतिशीघ्र_नितेश