उन तमाम दोस्तो के लिए जो मंजिल की तलाश में हमारी तरह भटक रहें हैं। अभी तुम खामोश रहो दोस्त , पर काम तुम्हारा बोलेगा.. वक्त आयेगा हर जर्रा दाम तुम्हारा बोलेगा... किसकी कितनी कीमत हैं , ये पता चल जाएगा ,,, कैसे सहोगे उस पल को , जब नाम तुम्हारा बोलेगा... ©Omprakash Op नाम तुम्हारा बोलेगा..