Nojoto: Largest Storytelling Platform

गुज़र रही है इन दिनों ज़िन्दगी कुछ खौफ़ में कुछ अफ़सोस

गुज़र रही है इन दिनों ज़िन्दगी कुछ खौफ़ में कुछ अफ़सोस में
ये जो हाथ मे लम्हें हैं  न फिर मिलेंगे हैं मगर लोग कहाँ होश में
आरज़ी है बड़ा  वक़्त कहाँ ठहरा है कभी जो ठहरेगा इस बार
सब्र से लीजिये काम की गुज़र जाएगा ये दौर भी कुछ रोज़ में 17/4/21 2nd wave of pandemic 
आरज़ी - transient
गुज़र रही है इन दिनों ज़िन्दगी कुछ खौफ़ में कुछ अफ़सोस में
ये जो हाथ मे लम्हें हैं  न फिर मिलेंगे हैं मगर लोग कहाँ होश में
आरज़ी है बड़ा  वक़्त कहाँ ठहरा है कभी जो ठहरेगा इस बार
सब्र से लीजिये काम की गुज़र जाएगा ये दौर भी कुछ रोज़ में 17/4/21 2nd wave of pandemic 
आरज़ी - transient