#OpenPoetry कुछ लफ्ज़ लिखे मैं तुझ को बोल दूं खामोशियों को मैं तुझ पर तोड़ दूं कुछ है जो ना बोलू तो रह ना सकूं तुझे कैसे इतना सब मैं कह सकूं तुझसे मैं जब मिलूं तो क्या कहूं सारी बातें कह दूं या कुछ ना कहूं तू अचानक सामने आये अगर तो मैं क्या करूं गले से लगाऊं तुझे या देख कर भी कुछ ना करूं तू अगर करीब बैठ जाये तो क्या मैं बैठा रहूं नज़र हटा लूं तुझसे या बस तुझे देखता रहूं और आखिर में जब तू जाये मुझसे हाथ मिला कर तो क्या मै तुझे मोड़ लूं माथा चूम लूं तेरा या बस हाथों पर निशां छोड़ दूं #OpenPoetry #nojoto #kuchlafz #writerSHan #thankyou for giving me a chance❣