Nojoto: Largest Storytelling Platform

एक सुझाव दुविधा है, अक्सर होती है मन कुछ कहता बुद्

एक सुझाव
दुविधा है, अक्सर होती है
मन कुछ कहता
बुद्धि कुछ और कहती है
मन बुद्धि का ये संघर्ष
आदिम संघर्ष है
क्या इसमें पिसना नियति है?
ये *कु* और *सु* का संघर्ष है
प्रतिदिन प्रतिपल का महाभारत है
इस संघर्ष से मुक्ति पाना ही
मनुष्य का दायित्व है ।
अंतरसंघर्ष से मुक्त होने को
आत्मदर्शन करते हुए हम
क्षण क्षण परिवर्तित होते
 मन का दर्शन करते जायेंगे
अन्तर्मन में स्वत:परिवर्तन पाएंगे
क्रोध,अहंकार, तृष्णाएँ और वासनाएं
इन सब पे नियंत्रण कर पाएंगे।।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

 दुविधा है, अक्सर होती है
मन कुछ कहता
बुद्धि कुछ और कहती है
मन बुद्धि का ये संघर्ष
आदिम संघर्ष है
क्या इसमें पिसना नियति है?
ये *कु* और *सु* का संघर्ष है
प्रतिदिन प्रतिपल का महाभारत है
एक सुझाव
दुविधा है, अक्सर होती है
मन कुछ कहता
बुद्धि कुछ और कहती है
मन बुद्धि का ये संघर्ष
आदिम संघर्ष है
क्या इसमें पिसना नियति है?
ये *कु* और *सु* का संघर्ष है
प्रतिदिन प्रतिपल का महाभारत है
इस संघर्ष से मुक्ति पाना ही
मनुष्य का दायित्व है ।
अंतरसंघर्ष से मुक्त होने को
आत्मदर्शन करते हुए हम
क्षण क्षण परिवर्तित होते
 मन का दर्शन करते जायेंगे
अन्तर्मन में स्वत:परिवर्तन पाएंगे
क्रोध,अहंकार, तृष्णाएँ और वासनाएं
इन सब पे नियंत्रण कर पाएंगे।।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

 दुविधा है, अक्सर होती है
मन कुछ कहता
बुद्धि कुछ और कहती है
मन बुद्धि का ये संघर्ष
आदिम संघर्ष है
क्या इसमें पिसना नियति है?
ये *कु* और *सु* का संघर्ष है
प्रतिदिन प्रतिपल का महाभारत है