जीवन की इस राह में मुसाफ़िर ही तो हैं हम सब, निरंतर चलते जाना ही है ज़िंदगी का सबब राह में मिलते हैं कई ऐसे अजनबी, जो बन जाते हैं साथी जीवन भर के ना जाने कैसे और कब 👉🏻 प्रतियोगिता- 622 विषय 👉🏻 🌹"मुसाफ़िर"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य है I 🌟कृपया font size छोटा रखें जिससे wallpaper ख़राब नहीं लगे और Font color का भी अवश्य ध्यान रखें ताकि आपकी रचना visible हो। 🌟 पहले सावधानी पूर्वक "CAPTION" पढ़ें और दिए हुए शब्द को ध्यान में रखते हुए अपने ख़ूबसूरत शब्दों एवं भावों के साथ अपने एहसास कहें।