मैंने औरों की तरह कोई व्रत नहीं रखा तेरे लिए,, हां माना ,,मैंने औरों की तरह कोई व्रत नहीं रखा तेरे लिए ,, किंतु ,,, मंदिर की सीढ़ियां चढ़ते वक़्त,, मन ही मन तेरे लिए शिद्दत से दुआएं पढ़ते वक़्त,, मंदिर की चारों ओर परिक्रमा करते वक्त ,, उम्मीदें भरी आँखों से हाथ जोड़ भगवन को तकते वक़्त,, मन्नत का धागा हाथ में लिए,, बाँध सुकूँ तुझे ये मन हीं मन सोचकर मंदिर से लौटते वक़्त,, रब को अपनी अरदास सुना मंदिर से गुजरते वक्त ,, चांदनी रात में चांद को एकटक देखते वक्त,, तेरे लंबी उम्र की दुआ के साथ साथ,, तेरे होठों की मुस्कान की दुआ की है मैने ..... तेरे होठों की मुस्कान की दुआ की है मैने ....... ©Pragya Karn #nojohindi #poetry🖤 #quotes #MANNAT❤