चलते -चलते यूँ ही हमसफ़र मिल गया। घर की तलाश में निकले थे,घर मिल गया। कई वर्षों से देखा नही था,आईना हमने, बाजार-ए-इश्क़ में थे,आईना मिल गया इश्क़ में मिटने का शौक चढ़ गया था हमें, खुदा की रहमतों से ,वो ज़रिया मिल गया। इतने रंग देखे इश्क़ की राह में हमने, अकेले जीने का हमको कायदा मिल गया। जिससे भी की वफ़ा-ए-इश्क़ की उम्मीद, सारे सिक्के खोटे निकले इश्क़ करने का फायदा मिल गया। अपने इश्क़ की कहानी लिखने से "दीपक" लोगों को इश्क़ करने का क़ायदा मिल गया। @Alvin ki Diary{Deepak} #Art ✍️chai aur kavita Ambika(Anu)💛 #nojotoghazal #Alvinkidiary #Nojoto #Poetry #poem #ghazal #Hindi #hindighazal