इंसानों को इंसान की पहचान रहे, हैवानियत खत्म हो इंसानियत रहे, इंसानों की वस्ती में इंसान रहे! यहाँ कोई दुःखी न परेशान रहे, घरों में अपने सब खुशहाल रहे, इंसानों की वस्ती में इंसान रहे! लबों पर लोगों के मुस्कान रहे, किसी की कोई बदनामी न हो, ऐसी हम-सब की पहचान रहे! इंसानो की वस्ती में इंसान रहे!! इंसानो की वस्ती में इंसान रहे!! इंसानों को #इंसान की #पहचान रहे, #हैवानियत खत्म हो #इंसानियत रहे, इंसानों की #वस्ती में इंसान रहे! यहाँ कोई #दुःखी न #परेशान रहे, #घरों में अपने सब #खुशहाल रहे, इंसानों की वस्ती में इंसान रहे!