किसी शाम साथ बैठेंगे, जो बातें बाकी हैं करनी वो साथ खत्म करेंगे। किसी शाम साथ बैठेंगे, तुम कहते हो तुम्हारी जो बातें, अनसुनी करी थी वो बातें भी सुनेंगे। किसी शाम साथ बैठेंगे, और तुम्हारी सारी गलतफहमियां दूर करेंगे। OPEN FOR COLLAB😍 Emblazon this bewitching background with your sumptuous thoughts💭, alluring vocable✒️ and exquisite presentation✨🔥. • A challenging from PROFOUND WRITERS💎 • Must use this hashtag; #expresstoinspire #pwinking