क़ातिल क़ातिल भी क्या ख़ूब हो कर के खून दिल का हिस्सों में कर के कहती हो कि मुझे इंसाफ़ चाहिए इस dil का। खून करके इंसाफ़ माँगने चली आई हो या फ़िर कोई खून करके बचने की जगह ढूढ़ते हुए आई हो। #क़ातिल #खून #इंसाफ़ #टुकडों #dil